नोएडा पुलिस ने प्रदर्शन के कारण 69 दिन से बंद एक रास्ता खोला, महामाया फ्लाईओवर से दिल्ली-फरीदाबाद जा सकेंगे

 नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में शाहीन बाग में प्रदर्शन के चलते 69 दिन से बंद एक रास्ता खोल दिया गया। नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को महामाया फ्लाईओवर की ओर जाने वाले रास्ते से बैरिकेडिंग हटाई। यह रास्ता नोएडा को दिल्ली और फरीदाबाद से जोड़ता है। हालांकि, कालिंदी कुंज से फरीदाबाद जैतपुर की ओर जाने वाला रास्ता अभी बंद है। इसकी वजह से दिल्ली-नोएडा के बीच डीएनडी फ्लाईओवर पर इन दिनों ट्रैफिक का खासा दबाव है।


ओखला के शाहीन बाग इलाके में सीएए के विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी 15 दिसंबर से सड़क पर धरना दे रहे हैं। इससे नोएडा और फरीदाबाद की ओर जाने वाले रास्ते बंद हो गए। प्रदर्शनस्थल के आसपास कई दुकानें बंद हैं। कुछ दिन पहले स्थानीय नागरिक प्रदर्शन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे। उन्होंने जल्द रास्ता खोलने की मांग की थी। याचिकाकर्ता नंदकिशोर गर्ग और अमित शाहनी ने पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें कहा था कि शाहीन बाग में धरने के कारण कालिंदी कुंज (दिल्ली) से नोएडा की ओर जाने वाला रास्ता बंद है और स्थानीय लोग भी अपनी दुकानें नहीं खोल पा रहे हैं। इसलिए प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए केंद्र और अन्य जिम्मेदारों को निर्देश दिए जाएं।


आज तीसरे दिन मध्यस्थ वार्ता के लिए जाएंगे


सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग में रास्ते खुलवाने के लिए वकील संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और पूर्व सीआईसी वजाहत हबीबुल्ला को मध्यस्थ नियुक्त किया है। वार्ताकारों को 24 फरवरी को सुनवाई से पहले प्रदर्शनकारियों से वार्ता की रिपोर्ट कोर्ट को सौंपनी है। मध्यस्थ पिछले 2 दिन प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर चुके हैं। लेकिन अब तक धरना दूसरी जगह शिफ्ट करने को लेकर आम राय नहीं बन पाई। शुक्रवार को भी मध्यस्थ धरने पर बैठे लोगों को मनाने के लिए शाहीन बाग जाएंगे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा था कि हम चाहते हैं कि शाहीन बाग में आम लोगों के लिए रास्ता खुले, हालांकि इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि इससे धरना खत्म हो जाएगा। वहीं, मध्यस्थों ने प्रदर्शनकारियों से यातायात सुचारू करने का प्लान मांगा है। जल्द ही कुछ रास्ते खुलने की उम्मीद है, खासकर फरीदाबाद की ओर जाने वाले।